Norwegian Green Tech चीनी मिल के अपशिष्ट से ऊर्जा का उत्पादन करेगा

मुंबई : नॉर्वेजियन ग्रीन टेक (NGT) अपनी पेटेंट तकनीक और प्रक्रिया का उपयोग करके चीनी मिल के अपशिष्ट प्रसंस्करण से ऊर्जा का उत्पादन करेगा।नॉर्वेजियन ग्रीन टेक ने इसके लिए धीरज देशमुख के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये। यह कंपनी लातूर की चीनी मिल से निकलने वाले अपशिष्ट से उर्जा निर्माण करेगी। लातूर में राज्य में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कुछ चीनी मिलें हैं और यह मिलें पहले से ही गन्ने का कचरा पैदा करती हैं, जो NGT के लिए जरुरी घटक है। NGT एक मॉड्यूलर ऊर्जा संयंत्र समाधान प्रदान करता है, जो विभिन्न प्रकार के अपशिष्टों का इस्तेमाल करता है। इससे सिनगैस, हल्के तेल, चार और थर्मल हिट सहित कई उत्पादों का उत्पादन करता है जिनका अंततः विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में उत्पन्न CO2 को चार में कैद कर लिया जाता है।

रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास में आयोजित छोटे समारोह में बोलते हुए विधायक धीरज देशमुख ने कहा कि, हरित ऊर्जा भविष्य है और हमारे किसान भी इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा, थार वेंचर्स के निदेशक अमित मंत्री ( जो भारत में एनजीटी के परामर्श भागीदार हैं) ने हमें बताया कि वे जैव-ईंधन और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में अधिक अवसर तलाशने के लिए काम कर रहे हैं। थार वेंचर्स इस पहल का हिस्सा बनकर बहुत उत्साहित हैं।वीमर्ज एएस (नॉर्वे) के पार्टनर कृष रॉय ने हमें बताया कि, वी मर्ज इस तरह की पहल से बहुत आशान्वित दिख रहा है और वे इस पूरी दुनिया को एक ग्लोबल विलेज के रूप में देखते हैं। उन्होंने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बात की और ऐसे कई गठजोड़ की उम्मीद जताई।देशमुख ने कहा, नीति सलाहकार अंकुर कुमार ने हमें बताया कि, इस तरह की परियोजनाएं हमें आत्मनिर्भरता हासिल करने और अधिक नौकरियां और अवसर पैदा करने में मदद करेंगी।

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