अहमदनगर: सहकार महर्षि भाऊसाहेब थोरात मिल के अध्यक्ष प्रतापराव ओहोल ने बताया कि, निदेशक मंडल ने गन्ना किसानों के लिए को. 86032, को.एम. 0265, कोसी.671, केवीएसआई 08005, को. 9057, एमएस 10001 एवं अन्य नई गन्ना किस्मों के रखरखाव के लिए 1 जून 2023 से गन्ना विकास योजना लागू करने की फैसला किया है। विधायक बालासाहेब थोरात के मार्गदर्शनानुसार गन्ना किसानों के लिए मिल क्षेत्र में अधिक से अधिक गन्ना उत्पादन करने के लिए विभिन्न गन्ना विकास योजनाओं को लागू किया जा रहा है।
एग्रोवन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वर्ष 2024-2025 के पेराई सीजन के लिए कार्य क्षेत्र के गन्ना किसानों के लिए रासायनिक एवं जीवाणु उर्वरक, जैविक, वर्मीकम्पोस्टिंग, मृदा परीक्षण, ड्रिप गन्ने के लिए सब्सिडी, गन्ना पौध की आपूर्ति आदि योजनाओं की घोषणा की गई है। मिल के माध्यम से गन्ना खेती कार्यक्रम, अनुसंधान संस्थानों के गन्ना वितरण की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, तरल बैक्टीरिया, हरी खाद, कीट और रोग नियंत्रण के लिए कीटनाशक उपलब्ध कराए जाएंगे। मिल द्वारा किसानों के लिए जैविक रोग नियंत्रण और मिट्टी, पानी के नमूने का परीक्षण किफायती दरों पर उपलब्ध है।
मिल के उपाध्यक्ष संतोष हासे एवं निदेशक मंडल के साथ ही कार्यकारी निदेशक जगन्नाथ घुगरकर ने कार्य क्षत्र के गन्ना किसानों से इन योजनाओं की अधिक जानकारी एवं लाभ के लिए कृषि विभाग से संपर्क करने की अपील की है।