नई दिल्ली : इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने कहा, चीनी मिलें मौजूदा क्षमता का विस्तार कर रही हैं, और कई मिलें एथेनॉल उत्पादन के लिए नई परियोजनाए शुरू कर रही हैं। उन्होंने कहा, एथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी मिलों की स्थापित क्षमता वर्तमान में 730 करोड़ लीटर प्रति वर्ष है। लगभग 85% एथेनॉल आपूर्ति चीनी मिलों से आती है। नीति आयोग का अनुमान है कि, 20% मिश्रण के लिए 1,000 करोड़ लीटर से अधिक एथेनॉल की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, हमने सरकार से चीनी मिलों से आने वाली सटीक मात्रा बताने का अनुरोध किया है।
द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, झुनझुनवाला ने कहा, इस चीनी सीजन में चीनी की अंतरराष्ट्रीय मांग अच्छी है और चीनी मिलों ने 6.1 मिलियन टन का कोटा ख़त्म कर दिया है। चीनी की अंतर्राष्ट्रीय कीमत लगभग ₹53 प्रति किलोग्राम है, जबकि भारत में पूर्व-मिल कीमत ₹34.5 से ₹36 प्रति किलोग्राम है। एथेनॉल कार्यक्रम लंबे समय में फायदेमंद होगा। हम मांग को पूरा करने में सक्षम हैं और तेल कंपनियां एथेनॉल उठा रही हैं।