सहारनपुर : जूट किसानों की आय बढ़ाने के लिए और जूट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार और देश की कई राज्य सरकारें प्रयासरत है। जूट का इस्तेमाल पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होता है। लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, अब मिलें जूट बैग में चीनी की पैकिंग करेगी, और इसके लिए गन्ना विभाग मिलों की मॉनिटरिंग करेगा।
आपको बता दे, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) ने 24 अप्रैल 2024 को जारी एक अधिसूचना में कहा था कि, चीनी मिलें जूट पैकेजिंग सामग्री में चीनी के कुल उत्पादन के 20% पैकेजिंग का सख्ती से पालन करेंगी। हाल ही में, केंद्र सरकार ने जूट पैकेजिंग सामग्री (पैकेजिंग में अनिवार्य उपयोग पैकेजिंग वस्तुओं में उपयोग) अधिनियम, 1987 के प्रावधान के तहत चीनी के कुल उत्पादन का 20% अनिवार्य रूप से जूट पैकेजिंग सामग्री में पैक करने के निर्देश दिया था।
आगामी पेराई सत्र से मिलें कुल उत्पादन की 20 प्रतिशत चीनी जूट बैग में पैकिंग करेगी। पहले गन्ना मिले सौ प्रतिशत प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल चीनी पैकिंग के लिए करती आ रही थी। आपको बता दें की, हाल ही खत्म हुए पेराई सीजन में जिले की चीनी मिलों ने रिकार्ड़ 53.06 लाख क्विंटल से अधिक चीनी का उत्पादन किया था। सरकार के इस फैसले से जूट किसानों का काफी फायदा होने की संभावना है।