बागपत : उत्तर प्रदेश में अधिकतर मिले भुगतान में नाकाम साबित हुई है, और इससे किसानों का काफी आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भुगतान में देरी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा, और कहा कि, पश्चिम उत्तर प्रदेश की अधिकतर चीनी मिले किसानों के बकाया का समय पर भुगतान नहीं कर रही है। सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि, मिलों पर दबाव बनाकर किसानों का भुगतान कराए।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, बड़ौत में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान गन्ना फसल पर निर्भर है। सरकार ने किसानों के बकाया का 14 दिन के अंदर भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन चीनी मिले समय पर भुगतान नहीं कर रही है।कई चीनी मिलें डिफाल्टर हो चुकी है, इसलिए सरकार को किसानों का बकाया गन्ना भुगतान करने के लिए आगे आना होगा।उन्होंने चेतावनी दी की, जब तक किसानों की एक-एक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।