लखनऊ : भारी बारिश के कारण मेरठ और सहारनपुर क्षेत्र के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुई है। सहारनपुर जिले के बिहारीगढ़ इलाके में भूस्खलन के बाद दिल्ली-देहरादून हाईवे पर भी यातायात बाधित हो गया। क्षेत्र में गंगा और यमुना दोनों नदियाँ चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है। नदियों के तटबंधों में दरार के कारण कृषि क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है, जिससे गन्ने और चारे की फसलों को व्यापक नुकसान हो सकता है। हस्तिनापुर क्षेत्र में उफान आने से निचले इलाकों में स्थित खेतों में जलभराव हो गया है। किसानों ने कहा, अगर जलभराव लंबे समय तक जारी रहा तो इससे गन्ने और चारे को नुकसान हो सकता है, जिससे आने वाले दिनों में कमी हो सकती है।
बागपत जिले के सांकरौद गांव के पास यमुना के तटबंध में रिसाव हो गया और ग्रामीणों ने आगे की क्षति को रोकने के लिए इसकी मरम्मत की। उन्होंने मांग की है कि, प्रशासन प्राथमिकता के आधार पर इसकी मरम्मत कराए अन्यथा पानी का तेज बहाव इसे और नुकसान पहुंचा सकता है। काठा, निवाड़ी, टांडा, कोताना और फैजपुर निनाना गांवों की सैकड़ों बीघे जमीन में जलभराव से सब्जियों और चारे की फसलें खराब हो गईं। सबसे बुरी मार सहारनपुर जिले पर पड़ी, जहां शहरी इलाकों में 25 और ग्रामीण इलाकों में 12 स्थानों पर जलभराव हो गया और प्रशासन को 225 लोगों को आश्रय घरों में स्थानांतरित करना पड़ा।