कोल्हापुर : स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कहा कि, राज्य सरकार द्वारा गन्ना नियंत्रण बोर्ड में की गई नियुक्तियों से पता चलता है कि वे बोर्ड के वास्तविक उद्देश्य को पूरा करने में गंभीर नहीं हैं और इसके बजाय ‘राजनीतिक नियुक्तियां’ करने का सहारा लिया है।
शेट्टी ने दावा किया की, नियुक्त किए गए लोग उन पार्टियों से जुड़े है, जो वर्तमान में सत्ता में है। गन्ना बोर्ड को रिकवरी दर के आंकड़ों और किसानों द्वारा किए गए खर्च के आधार पर गन्ने के मूल्य निर्धारण को विनियमित करने का कार्य भी सौंपा गया है। शेट्टी ने पिछले साल कुछ विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया था और उनमें से एक प्रमुख मांग गन्ना बोर्ड सीटें भरने की थी।
शेट्टी ने कहा, सरकार किसानों की मांगों के प्रति गंभीर नहीं है,ज्यादातर नियुक्तियां राजनीतिक लोगों की होती है। इससे पहले क्षेत्र के विशेषज्ञ और किसान नेता बोर्ड का हिस्सा होते थे। नियुक्तियों ने बोर्ड को कमजोर कर दिया है और मुझे इस बात पर संदेह है कि आने वाले वर्ष में यह किस उद्देश्य को पूरा करेगा। उन्होंने दावा किया की, यह स्पष्ट है कि बोर्ड किसानों से अधिक मिल मालिकों की सेवा करेगा।