साओ पाउलो : Citi रिसर्च के एक अध्ययन के अनुसार, ब्राजील सरकार के गैसोलीन में एथेनॉल मिश्रण को 27% से बढ़ाकर 30% करने के प्रस्ताव से एथेनॉल बनाने के लिए देश की अतिरिक्त 3.5% चीनी का उपयोग किया जा सकेगा। सरकार इस प्रस्ताव पर एक मसौदा विधेयक कांग्रेस को भेजने वाली है। इसके पारित होने की संभावना है, क्योंकि एथेनॉल उद्योग को शक्तिशाली कृषि कॉकस का समर्थन प्राप्त है।
सिटी के विश्लेषक गेब्रियल बर्रा ने कहा कि, अगर मंजूरी मिल जाती है, तो कानून ब्राजील में 2024-25 सीज़न में एथेनॉल की खपत 1.2 बिलियन लीटर बढ़ाकर 36 बिलियन लीटर कर देगा। ब्राजीलियाई एथेनॉल का लगभग 90% गन्ने से बनता है, बाकी मकई से आता है। मिलें चीनी और एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए गन्ने से निकाले गए सुक्रोज का उपयोग करती है।
एथेनॉल मिश्रण में बढ़ोतरी से चीनी उत्पादन सीमित होगा। जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने वाले अन्य देश भी इसी समस्या का सामना कर रहे है। फिच सॉल्यूशंस की शोध इकाई बीएमआई ने इस महीने की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा था कि, भारत का एथेनॉल कार्यक्रम देश के भविष्य के चीनी निर्यात पर अंकुश लगाएगा।