चंडीगढ़: हरियाणा के बारह जिले बारिश और बाढ़ के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को कहा कि, सरकार ने हाल की बारिश में क्षतिग्रस्त फसलों के लिए 15,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दर निर्धारित की है। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, खट्टर ने कहा कि, बाढ़ के कारण फसलों को भी नुकसान हुआ है, लेकिन नुकसान का आकलन जुलाई महीने के बाद किया जाएगा क्योंकि कुछ फसलों की बुआई 31 जुलाई तक फिर से की जा सकती है। उन्होंने कहा, हमने पहले से ही 100 प्रतिशत नुकसान पर 15,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजे का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि, सबसे ज्यादा नुकसान सब्जी और कपास को हुआ है। इसके अलावा मक्का, दाल, चारा आदि को भी नुकसान हुआ है। इन फसलों सहित कुल 18,000 एकड़ क्षेत्र में नुकसान बताया गया है। इस नुकसान की जानकारी किसानों को ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करनी होगी, उसके बाद टीम इसका सर्वे करेगी और समिति की मंजूरी के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। खट्टर ने कहा, यह पोर्टल खुलने की तारीख से एक महीने तक खुला रहेगा।
8 से 10 जुलाई तक लगातार तीन दिनों तक हरियाणा के अधिकांश हिस्सों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हुई, जिससे राज्य में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और भारी नुकसान हुआ। खट्टर ने कहा, हिमाचल प्रदेश को सबसे अधिक मानसून का प्रकोप झेलना पड़ा, इसलिए हरियाणा ने बाढ़ राहत के रूप में हिमाचल सीएम राहत कोष में 5 करोड़ रुपये का योगदान देने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि, 8 से 12 जुलाई तक राज्य में 110 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 28.4 मिमी का 387 प्रतिशत है।यमुनानगर में सामान्य बारिश 32.8 मिमी, कुरुक्षेत्र में 32.9 मिमी, पंचकुला में 53 मिमी और अंबाला में 58.5 मिमी थी, जबकि इस बार इन चार जिलों में सामान्य की क्रमश: 842, 814, 699 और 514 प्रतिशत बारिश हुई। मुख्यमंत्री खट्टर ने आगे बताया कि, 12 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है। इस संबंध में आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 12 जिलों अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, कुरूक्षेत्र, कैथल, करनाल, पंचकुला, पानीपत, पलवल, सोनीपत, सिरसा और यमुनानगर के 1353 गांवों और 4 एमसी क्षेत्रों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है।
अब तक 35 लोगों की मौत की खबर
खट्टर ने कहा कि, अब तक 35 मौतें हुई हैं और इन मृत लोगों के परिवारों को प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।मानव जीवन के नुकसान के लिए 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि अंगों के नुकसान के मामले में, विकलांगता 40 से 60 प्रतिशत के बीच होने पर प्रति व्यक्ति 74,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। विकलांगता 60 प्रतिशत से अधिक होने पर प्रति व्यक्ति 2,50,000 रुपये की राशि दी जाएगी।उन्होंने कहा कि, 125 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये, जबकि 615 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त है।खट्टर ने कहा कि, इस बाढ़ में पशुधन भी प्रभावित हुआ है। पशुपालकों का ख्याल रखते हुए राज्य सरकार ने भैंस/गाय/ऊंट/याक/मिथुन आदि के मामले में 37,500 रुपये, भेड़/बकरी/सुअर के मामले में 4,000 रुपये, पशुधन के मामले में 32,000 रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।