बांस से एथेनॉल उत्पादन: भारत और फिनलैंड की कंपनी करेगी साथ में काम

नई दिल्ली : फिनलैंड द्वारा असम में बायो-रिफाइनरी स्थापित करने की योजना बनाई है, जो बांस से एथेनॉल का उत्पादन करेगी। फिनलैंड के दूतावास में काउंसलर (व्यापार और निवेश) किम्मो सिएरा ने कहा, भारत और फिनलैंड का ध्यान ऊर्जा पर है, और फिनलैंड का भारत में जैव ईंधन और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश पर जोर दे रहा है।

सिएरा ने ‘लाइव मिंट’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि, दोनों देशों द्वारा ऊर्जा साझेदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। असम में स्थापित होनेवाली परियोजना नुमालीगढ़ ऑयल रिफाइनरी लिमिटेड और फिनिश कंपनी केमपोलिस का एक संयुक्त उद्यम है, जिसके पास बांस को एथेनॉल में बदलने की तकनीक है। इस मॉडल को अन्यत्र दोहराने के लिए बड़े भारतीय कॉरपोरेट्स के साथ समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए है।

‘मिंट’ के अनुसार, बिजली मंत्री आरके सिंह के नॉर्डिक पावर ग्रिड का अध्ययन करने और भारतीय संदर्भ में इसकी उपयुक्तता की जांच करने के लिए इस साल के अंत में फिनलैंड का दौरा करने की उम्मीद है। इन पहलों से भारत को 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन की राह पर मदद मिलने की उम्मीद है। फिनलैंड की नई डिजिटलीकरण, शिक्षा, स्थिरता, नवाचार (डीईएसआई) साझेदारी से स्मार्ट ग्रिड विकसित करने और स्थिरता पर सहयोग को गहरा करने की उम्मीद है।

 

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