राष्ट्रीय शर्करा संस्थान विदेशी चीनी उत्पादक देशों की करेगा मदद

देश की सीमाओं से परे जाकर राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर कई विदेशी चीनी उत्पादक देशों में मौजूदा चीनी मिलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए कार्यरत तकनीक कर्मियों को प्रशिक्षण और तकनीकी परामर्श प्रदान करेगा।

हाल ही में, संस्थान के निदेशक श्री नरेंद्र मोहन के नेतृत्व में संस्थान की एक टीम ने प्रोसेसिंग के दौरान चीनी के नुकसान एवं ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए उपाय सुझाने के लिए इंडोनेशिया में पीटी पीजी राजवाली शुगर ग्रुप की एक चीनी मिल का दौरा किया। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के निदेशक ने कहा, हम उन्हें न केवल इन क्षेत्रों पर, अपितु मिल के आधुनिकीकरण और चीनी उत्पादन की मौजूदा प्रक्रिया को परिवर्तित करने के लिए अल्पकालिक, मध्यावधि और दीर्घकालिक सिफारिशें प्रदान करने जा रहे हैं। मिल से तकनीकी अधिकारियों की एक टीम भी एक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए नवंबर-दिसंबर 2023 में संस्थान आएगी।

इंडोनेशिया के अलावा, हमें मौजूदा चीनी इकाइयों की दक्षता और वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए बांग्लादेश, क्यूबा और फिजी से अनुरोध प्राप्त हुए हैं। फिजी में स्थित चीनी मिलों में उत्पादकता कम है और फिजी चीनी निगम अपनी मौजूदा तीन चीनी मिलों में दक्षता में सुधार के लिए हमसे संपर्क कर रहा है। संस्थान की एक टीम एमओयू पर हस्ताक्षर करने और तकनीकी परामर्श देने के लिए शीघ्र ही फिजी का दौरा करेगी। संस्थान द्वारा फिजी की चीनी मिलों में कार्यरत तकनीक कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे।

क्यूबा जिसे पहले “चीनी का कटोरा” माना जाता था, की चीनी मिलों में मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन के लिए सह-उत्पादों के उपयोग की कमी है और इस प्रकार वे चीनी से होने वाले राजस्व पर ही निर्भर हैं। विभिन्न मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन के लिए संस्थान द्वारा सुझाए गए विविधीकरण के मॉडल को क्यूबा के चीनी उद्योग द्वारा बहुत पसंद किया गया है। क्यूबा की चीनी मिलों से संबंधित संगठन, आईसीआईडीसीए ने संस्थान के साथ एक समझौता करने की इच्छा जताई है और जिसके लिए मसौदा प्रस्ताव दोनों संगठनों द्वारा अनुमोदित कर लिया गया है।

पड़ोसी देश, बांग्लादेश ने बांग्लादेश चीनी और खाद्य उद्योग निगम के माध्यम से चीनी प्रसंस्करण के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी प्रगति के बारे में ज्ञान को उन्नत करने के लिए अपने सेवा कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए संस्थान का समर्थन लेने की इच्छा जताई है। इस दिशा में मंत्रालय के साथ विमर्श करके अग्रिम कार्यवाही की जा रही है और तदनुसार हम बांग्लादेश स्थित में चीनी कारखानों और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर में वांछित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे, निदेशक ने बताया।

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