हिंगोली : वसमत तालुका के कुरुंदा में स्थित टोकाई सहकारी चीनी मिल की रविवार (6 अगस्त) को आयोजित विशेष आम बैठक में, गन्ना किसानों ने बकाया ‘एफआरपी’ राशि का तुरंत भुगतान करने की मांग को लेकर मिल के पदाधिकारियों और कर्मचारियों पर सवालों की बौछार की। इससे असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। मिल के अध्यक्ष एडवोकेट शिवाजी जाधव की गाड़ी को घेर लिया गया।किसानों की नाराजगी को देखते हुए मिल प्रशासन द्वारा भुगतान लिखित आश्वासन देने के बाद किसान शांत हुए।
टोकाई मिल विभिन्न मुद्दों के साथ-साथ नए सदस्यों की संख्या बढ़ाने, रिफाइनिंग क्षमता बढ़ाने पर निर्णय लेने के लिए रविवार को फैक्ट्री की विशेष आम बैठक बुलाई गई थी।इस अवसर पर निदेशक सुनील बागल, मनोज कानेवार, विलासराव नादरे, शिवाजी सवंडकर, गजानन जाधव, साहेबराव पतंगे आदि उपस्थित थे। इस बैठक में मिल की दैनिक पेराई क्षमता 1250 टन से बढ़ाकर 2500 टन करने का मुद्दा उठाया गया, लेकिन किसान सदस्य बकाया ‘एफआरपी’ के भुगतान के मुद्दे पर नाराज थे। किसानों ने पहले ‘एफआरपी’ की राशि का भुगतान करने की मांग की। शिवाजी जाधव ने किसानों को बकाया एफआरपी राशि का 75 प्रतिशत 31 अगस्त तक और शेष राशि चरणों में भुगतान करने का लिखित आश्वासन दिया।