सहारनपुर : प्रदेश के किसानों की मदद के लिए और गन्ना उत्पादन बढाने के लिए गन्ना आयुक्त कार्यालय की पहल से सहकारी गन्ना विकास समिति के गन्ना निवेश सैंटर पर गन्ना क्लीनिक खोले जा रहे है। पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश ने गन्ना और चीनी उत्पादन में नया मुकाम हासिल कर लिया है। राज्य सरकार और गन्ना विभाग किसानों के लिए नए नए कदम उठा रहा है, और इस कड़ी में अब गन्ना क्लीनिक शामिल हो गये है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, इस क्लिनिक से किसान अपनी गन्ने की फसल के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।क्लीनिक में गन्ने में लगने वाले कीट व बीमारियों के बारे में किसानों को सलाह दी जाएगी। उप गन्ना आयुक्त ओपी सिंह ने कहा कि, मंडल के तीनों जिले की सभी गन्ना समितियों व चीनी मिलों में यह गन्ना क्लीनिक खोले गए है।
उन्होंने आगे कहा कि, गन्ना क्लीनिक पर आने वाले किसान के विवरण के लिए रजिस्टर रखना अनिवार्य है।इसमें किसान द्वारा मांगी गई जानकारी और उपस्थित गन्ना क्लीनिक/गन्ना निवेश प्रभारी द्वारा किसान को दी गई सलाह को अंकित किया जाएगा। साथ ही गन्ना क्लीनिक पर गन्ने की वैज्ञानिक तकनीक से बुवाई, गन्ने के साथ सहफसली, वैज्ञानिक विधि से गन्ना बंधाई और गन्ने की नई नई प्रजातियों के बारे में जानकारी किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। गन्ना निवेश केंद्र पर यूरिया, डीएपी, नैनो यूरिया के साथ साथ गन्ने में डालने वाले कीटनाशक, फफूंदी नाशक, बीज उपचारक, भूमि उपचारक आदि उपलब्ध है।