लिलोंग्वे : मलावी के गन्ना उत्पादक संघ (एसजीएएम) ने संसद सदस्यों से चीनी उद्योग विधेयक पर चर्चा करने और पारित करने के लिए कहा है, ताकि उत्पादकों के सामने आने वाली कुछ चुनौतियों का समाधान किया जा सके। पूर्व विधायक हेनरी चिमुंथु बांदा ने पत्रकारों से कहा कि, यह विधेयक कई चुनौतियों का समाधान और उत्तर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि, चिकवावा, सलीमा और नखोताकोटा के किसान संसद में गए और उन्होंने विधेयक को हो रही देरी पर सवाल उपस्थित किये।
उन्होंने कहा कि, जून 2022 में कृषि मंत्रालय के शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने संसदीय समिति के साथ बातचीत की और उन्होंने संकेत दिया कि सरकार ने विधेयक को कृषि मंत्रालय से न्याय मंत्रालय को भेज दिया है, लेकिन अब तक विधेयक लागू नहीं हुआ है। कृषि संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष सैमर सुलेमान ने कहा कि पिछली बार जब उन्होंने इस मुद्दे पर कृषि मंत्रालय से बात की थी, तो मंत्रालय ने वादा किया था कि विधेयक किसी भी समय सामने आएगा लेकिन आज तक यह विधेयक मंत्रालय में अटका हुआ है।उन्होंने आगे कहा कि, वे एक समिति के रूप में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते क्योंकि वे विधेयक को पेश करने के लिए मंत्रालय से इंतजार कर रहे है। उन्होंने कहा, चीनी हमारा तीसरा विदेशी मुद्रा अर्जक है, यही कारण है कि हम मंत्रालय से चीनी बिल लाने के लिए कह रहे है।