विजयनगरम : पिछले दो सप्ताह से कम वर्षा के कारण विजयनगरम जिले के अधिकांश मंडलों में कृषि अभी तक गति नहीं पकड़ पाई है। अमूमन जिले में अगस्त प्रथम सप्ताह तक बुआई लगभग पूरी हो जाती है। हालांकि, कई इलाकों में बारिश ने खलल डाला है, लेकिन बुआई अभी भी पूरी गति नहीं पकड़ पाई है।
अधिकारियों के मुताबिक, जिले में 11 अगस्त तक औसत 61.9 मिमी के मुकाबले केवल 19.4 मिमी बारिश हुई। हालाँकि, जुलाई में बारिश अछि थी, और औसत 171 मिमी के मुकाबले 312 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। वर्तमान स्थिति जून के समान है, जिसमें औसत 124 मिमी की तुलना में 59 मिमी वर्षा की उल्लेखनीय कमी देखी गई।
सामान्य तौर पर 90,255 हेक्टेयर में धान की बुआई होती है, लेकिन इस बार यह 21,871 हेक्टेयर में ही सिमट कर रह गयी। सामान्य 15,268 हेक्टेयर के मुकाबले 6,975 हेक्टेयर में ही मक्का की खेती हो रही है।इस साल कपास, गन्ना और अन्य फसलों की बुआई में भी भारी गिरावट आई है।
टीडीपी के विजयनगरम जिला अध्यक्ष किमिदी नागार्जुन ने कहा कि, अगर सरकार ने थोटापल्ली परियोजना से नागावली नदी से पानी की आपूर्ति करने के लिए नहरों और वितरण नेटवर्क को ठीक से विकसित किया होता तो चीपुरपल्ली, गजपथिंगरम, बोब्बिली और अन्य क्षेत्रों में कृषि सामान्य हो सकती थी। नागार्जुन ने कहा, सुनिश्चित सिंचाई के अभाव में किसानों को अनगिनत दुखों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए उनमें से कई खेती छोड़ रहे है।इससे सभी वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगेंगी।