कोल्हापुर : पश्चिमी महाराष्ट्र में पिछले 5 वर्षों में गन्ना श्रमिकों के ठेकेदारों द्वारा गन्ना ट्रांसपोर्टरों और चीनी मिलों को धोखा देने की घटनाएं काफी बढ़ गई है। इससे गन्ना ट्रांसपोर्टरों और मिलों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। इस बीच, कोल्हापुर जिले के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने ट्रांसपोर्टरों और चीनी मिलों के साथ धोखाधड़ी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने कहा कि, फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पुलिस संबंधित ठेकेदारों की संपत्ति जब्त करने का प्रयास करेगी।इसके लिए उनकी संपत्तियों की तलाश की जाएगी।पिछले चार माह से जिले के अधिकांश थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो रहे है। चार महीनों में 798 मामले दर्ज किए गए हैं और ठेकेदारों और मजदूरों जैसे 1,110 संदिग्धों की पहचान की गई है।इन सभी ने करीब 68 करोड़ रुपये की ठगी की है।
गन्ना ट्रांसपोर्टर और चीनी मिलें गन्ना कटाई मजदूरों के बिना काम नहीं कर सकते। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, गन्ना काटने वाले मजदूरों की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों ने ट्रांसपोर्टरों और चीनी मिलों से लेबर सप्लाई के लिए लाखों रुपये डिपॉजिट लिए गए और समय पर लेबर सप्लाई नहीं की गई। पंडित ने बताया कि इससे जिले के गन्ना ट्रांसपोर्टरों और चीनी मिलों को नुकसान हुआ है।