मेरठ : गन्ना किसानों को अब रेड रॉट के हमले की चिंता सता रही है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से किट का संकट बढ़ता ही जा रहा है।किट के रोकथाम के लिए किसान, गन्ना विभाग और चीनी मिलों ने प्रयास शुरू कर दिए है।कुछ चीनी मिलों ने तो गन्ना किसानों से को- 238 प्रजाती से दूर रहने की सलाह दी है।
मवाना चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबन्धक (गन्ना एवं प्रशासन) प्रमोद बालियान, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के पूर्व वैज्ञानिक डा. मैनेजर सिंह और टीम के अनुसार मिल क्षेत्र में लाल सड़न रोग का फैलाव बहुत खेतों पर हुआ है। वरिष्ठ महाप्रबन्धक (गन्ना एवं प्रशासन) प्रमोद बालियान ने मौके पर किसानों को बताया कि लाल सड़न रोग (रेड रॉट) से प्रभावित खेतों में गन्ने की पत्तियं पीली होकर सूखने लगती हैं व धीरे-धीरे पूरा गन्ना सूख जाता है। ऐसे गन्नों को फाड़कर सूंघने पर तीव्र सिरके जैसी गंध आती है, जो इस रोग की मुख्य पहचान है।