चेन्नई : तमिलनाडु की वेल्लोर सहकारी मिल राज्य भर के गन्ना किसानों को वाइल्ड बोअर प्रतिरोधी दवा (wild boar repellent) की आपूर्ति करेगी। Dajiworld में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सहकारी मिल के अशिकारी ने ‘आईएएनएस’ को बताया कि, जीएसटी और बाहरी कूरियर शुल्क के रूप में 90 रुपये के साथ रिपेलेंट की कीमत 500 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब किसानों को आधी कीमत पर उपलब्ध होगी। तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा उत्पादित विकर्षक शुक्रवार से राज्य के गन्ना किसानों के लिए रियायती दर पर उपयोग के लिए उपलब्ध किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार ने पहले ही 10,000 लीटर रिपेलेंट का ऑर्डर दे दिया है, जो लगभग 5000 एकड़ खेत को कवर कर सकता है। कृषि अनुसंधान स्टेशन के डॉ. थिरुमुरुगन ने मीडियाकर्मियों को बताया कि, इकाई पिछले चार वर्षों से गन्ना किसानों के लिए वाइल्ड बोअर के खिलाफ प्रतिरोधी दवा का उत्पादन कर रही है और स्थानीय स्तर पर आपूर्ति कर रही है।
विकर्षक को छोटे प्लास्टिक बक्सों में रखा जाएगा और जमीन से लगभग 2.5 फीट की ऊंचाई पर परिधि पर लकड़ी के खंभों के बीच एक तार पर बांध दिया जाएगा। इन छोटे प्लास्टिक बक्सों में छेद कर दिए जाएंगे, जिससे विकर्षक पदार्थ रिसकर खेत में पहुंच जाएगा। प्रोफेसर थिरुमुरुगन ने कहा कि, एक एकड़ गन्ने के खेत के लिए 500 मिलीलीटर विकर्षक पर्याप्त है।तमिलनाडु के गन्ना किसान वाइल्ड बोअर के हमले से जूझ रहे हैं और वेल्लोर चीनी सहकारी मिल का वाइल्ड बोअर प्रतिरोधी आपूर्ति करने का निर्णय गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत बन गया है क्योंकि यह उत्पाद अपनी प्रभावशीलता के अलावा है।वाइल्ड बोअर के खतरे को नियंत्रित करने में लागत प्रभावी भी है।