पानीपत: IOC का एथेनॉल प्लांट जल्द ही 100% क्षमता तक पहुंच जाएगा

पानीपत : इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का ₹900 करोड़ के लागत से स्थापित 2G एथेनॉल प्लांट कुछ महीनों में 30 प्रतिशत से 100 प्रतिशत क्षमता उपयोग तक पहुंचने के लिए तैयार है। इस प्लांट का उद्घाटन अगस्त 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

द हिंदू प्रकाशन समूह के पत्रकारों के साथ बातचीत में, वैद्य ने कहा कि बायोएथेनॉल प्लांट के लिए फीडस्टॉक चावल की भूसी (पराली) केवल लगभग 45 दिनों के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है, और इसे पूरे वर्ष के लिए संग्रहीत करने की आवश्यकता होगी। इस प्लांट को हर साल 150,000 टन फीडस्टॉक की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि, फीडस्टॉक का संग्रह अब शुरू हो गया है और प्लांट जल्द ही पूरी क्षमता तक पहुंच जाएगा। वैद्य ने कहा कि अक्टूबर में, आईओसी का मिश्रण 12.5 प्रतिशत था, जिसे अगले साल 15 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा और फिर, धीरे-धीरे, 2025 तक 20 फीसदी तक पहुंच जायेगा।

इसके अलावा, 2जी एथेनॉल का एक हिस्सा SAF (टिकाऊ विमानन ईंधन) के उत्पादन में जाएगा, जो लैंज़ाटेक की सहायक कंपनी लैंज़ाजेट के साथ एक संयुक्त उद्यम के तहत, पानीपत रिफाइनरी के पास भी बन रहा है, जिसमें आईओसी की हिस्सेदारी है। अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की कार्बन ऑफसेटिंग एंड रिडक्शन स्कीम ऑफ इंटरनेशनल एविएशन (CORSIA) ने कहा है कि, एयरलाइंस 2 प्रतिशत SAF मिश्रण के साथ उड़ान भरेगी। वैद्य ने कहा, आईओसी उस निर्णय का अनुपालन करने वाले ईंधन की आपूर्ति करेगी।

हरित हाइड्रोजन…

हरित हाइड्रोजन पर, उन्होंने कहा कि एलएंडटी और नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी, रीन्यू एनर्जी के साथ संयुक्त उद्यम का गठन किया गया है और हम परियोजनाओं के लिए बोली लगाएंगे। अगस्त में, IOC ने अपनी पानीपत रिफाइनरी के पास 10,000 टन प्रति वर्ष की हरित हाइड्रोजन क्षमता स्थापित करने के लिए बोलियाँ आमंत्रित कीं। वैद्य ने कहा कि, IOC-L&T-ReNew संयुक्त उद्यम बोली में भाग लेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here