पीलीभीत : उन्नत वैज्ञानिक तकनीकों और सावधानीपूर्वक देखभाल के साथ, यूपी के कुछ प्रगतिशील गन्ना उत्पादकों ने राज्य की औसत उपज को 300% से अधिक पार करते हुए अभूतपूर्व उत्पादकता में सफलता हासिल की है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि मंगलवार को राज्य के गन्ना आयुक्त प्रभु एन सिंह द्वारा ‘राज्य गन्ना प्रतियोगिता’ के परिणामों की घोषणा के दौरान सामने आई।
हरदोई जिले के गन्ना उत्पादक नागेंद्र सिंह 2758 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के बराबर गन्ने की पैदावार हासिल करके प्रथम पुरस्कार विजेता के रूप में उभरे। उप गन्ना आयुक्त (सांख्यिकी) आरएन यादव के अनुसार, पिछले वर्ष राज्य की औसत उपज 830 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई थी।
गन्ना आयुक्त प्रभु एन सिंह ने कहा कि, प्रतियोगिता का उद्देश्य गन्ना उत्पादकों के बीच फसल की उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, हमें वर्ष 2022-23 के लिए आयोजित एक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कुल 432 आवेदन प्राप्त हुए थे। अन्य विजेताओं का विवरण साझा करते हुए, गन्ना आयुक्त सिंह ने कहा कि, इसी श्रेणी के तहत प्रति हेक्टेयर 2,446.75 क्विंटल गन्ना उत्पादन के लिए कुशीनगर जिले के सत्य नारायण ने दूसरा पुरस्कार जीता। रतून श्रेणी के अंतर्गत, प्रथम पुरस्कार शामली जिले के जोगेंद्र सिंह को 1,993.05 क्विंटल की उपज प्राप्त करने के लिए दिया गया, जबकि बुलंदशहर जिले के योगेन्द्र सिंह 1,970 कुंतल के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
ड्रिप सिंचाई श्रेणी के साथ पौध फसल की खेती में प्रथम पुरस्कार विजेता मुजफ्फरनगर जिले के रोहित कुमार थे, जिन्होंने प्रति हेक्टेयर 1,979 क्विंटल गन्ने का उत्पादन किया। इसी जिले के शोभा राम 1,475 क्विंटल के साथ दूसरे स्थान पर रहे।ड्रिप प्रणाली से पेड़ी की खेती में बुलंदशहर के कमल कांत शर्मा ने 1,754 क्विंटल उत्पादकता के साथ प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। मुजफ्फरनगर जिले के हरवीर आर्य 1,640 क्विंटल के साथ दूसरे स्थान पर रहे। नई ‘युवा गन्ना किसान’ श्रेणी के अंतर्गत, मुजफ्फरनगर की किसान मनप्रीत कौर ने प्रति हेक्टेयर 1,917 क्विंटल गन्ने की कटाई के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि शामली के जोगेंद्र सिंह ने 1,669 क्विंटल के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।