देश में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नए प्लांट्स स्थापित किये जा रहे है और इसके लिए सरकार भी मदद कर रही है। अब फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (KRIBHCO) भी एथेनॉल परियोजनाओं पर फोकस दे रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, KRIBHCO तीन एथेनॉल विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने के लिए लगभग 1,100 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है जो कच्चे माल के रूप में मक्का और टूटे चावल का उपयोग करेगी। 250 किलो लीटर की दैनिक उत्पादन क्षमता वाले ये संयंत्र सहकारी की विविधीकरण रणनीति के हिस्से के रूप में गुजरात, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों में स्थापित किए जा रहे हैं।
KRIBHCO के अध्यक्ष चंद्र पाल सिंह ने कहा की हम अपनी विविधीकरण योजना के हिस्से के रूप में तीन जैव एथेनॉल संयंत्र स्थापित कर रहे हैं। KRIBHCO के प्रबंध निदेशक राजन चौधरी ने कहा कि इन संयंत्रों के अगले साल के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने आगे बताया कि इस परियोजना के लिए निवेश आंतरिक धन और ऋण (internal funds and debt) के संयोजन के माध्यम से किया जाएगा।
पेट्रोल के साथ मिश्रण के लिए तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को उत्पादित एथेनॉल आपूर्ति की जायेगी। वर्तमान में, पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिश्रण दर 12 प्रतिशत है, जिसे 2025 तक 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य है।
इन जैव एथेनॉल परियोजनाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए, KRIBHCO ने ‘कृभको ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड’ नामक 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली Special Purpose Vehicle (SPV) की स्थापना की है।