मुंबई : चीनीमंडी
देश में 534 मिलों को मई के लिए 21 लाख टन मासिक चीनी निर्यात कोटा आवंटित किया है, और साथ ही उन मिलों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है जो MIEQ कोटा के तहत अपने निर्यात के लक्ष्य को पूरा कर चुके हैं। अभी बाजार में तेजी और कीमतों में मजबूती आने लगी है। इसके साथ ही चीनी उद्योग को उम्मीद है कि, बाजार में तेजी बनी रहने की सम्भावना है।
ChiniMandi.com के साथ बात करते हुए, नेशनल फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज़ के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवरे ने कहा, चीनी उद्योग का भविष्य पूरी तरह से हमारे हाथ में है। अगर वर्तमान और आगामी महीनों को ध्यान में रखा जाए तो घोषित चीनी निर्यात कोटा बहुत ही उचित है और भीषण गर्मी में चीनी की बढती मांग से चीनी उद्योग के मूलभूत लाभ में बढ़ोतरी हो सकती हैं। चीनी उद्योग को सामूहिक रूप से एक्स -मिल चीनी की कीमतों को 3100 रूपये प्रति क्विंटल के ऊपर बनाए रखने में मदद करने का समय है, अगर हम इसमें सफल होते हैं, तो मई के अंत तक चीनी की कीमतें प्रति क्विंटल 3300 रूपयों के स्तर को छूने की संभावना है।
जिन चीनी मिलों ने MIEQ कोटा के तहत चालू माह का निर्यात लक्ष्य पूरा किया, उन चीनी मिलों को महीने के लिए उनके सामान्य चीनी आवंटन से अतिरिक्त @ 7.5 से 10% आवंटन प्रोत्साहन के रूप में दिया गया है। पिछले कुछ सप्ताहों से एमएसपी को बढ़ाए जाने के बावजूद चीनी की बाजार में मांग कम थी, लेकिन मई के लिए कोटा की घोषणा के बाद बाजार की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद की किरणें दिखाई दी। देशभर के विभिन्न राज्यों में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है, जबकि राजस्थान जैसे राज्यों में 43 से 48 डिग्री के पार हो गया है। तपती गर्मी के कारण, चीनी की खपत अत्यधिक हो जाएगी, जिससे यह भी उम्मीद है कि, अच्छी मांग के कारण मई के लिए आवंटित कोटा आसानी से समाप्त हो जाएगा।