पटना: केंद्र सरकार ने देश में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाये है। अब देश के उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्य भी एथेनॉल उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहे है। अब इस कड़ी में बिहार का नाम भी जुड़ गया है, क्योंकि बिहार सरकार ने एथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिये प्रदेश में मक्के का रकबा बढ़ाने का फैसला किया है।
जी बिजनेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राज्य के सभी 38 जिलों में मक्का की खेती का क्षेत्र विस्तार करने की सरकार की योजना है। जिसके लिए सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।
आपको बता दे, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने हालही में पटना में बिहार के चौथे कृषि रोड मैप (2023-2028) का शुभारंभ किया था। बिहार सरकार 2008 से कृषि रोड मैप लागू कर रही है। कृषि रोड मैप लागू होने का ही परिणाम है कि राज्य में धान, गेहूं और मक्का की उत्पादन बढे है।
कुछ दिन पहले तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने ESY 2023-24 के लिए लगभग 825 करोड़ लीटर Denatured Anhydrous Ethanol की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। इससे देश में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। भारत सरकार 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण लक्ष्य हासिल करने के लिए एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सरकार ने एथेनॉल उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न पहलों और उपायों की घोषणा की है। 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण लक्ष्य हासिल करने के लिए मक्के से उत्पादित एथेनॉल बड़ी भूमिका निभाएगी।