प्राकृतिक खेती से फर्टिलाइज़र्स की मांग भी कम होगी और खाद्यान्न का उत्पादन भी बढ़ेगा: अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा आयोजित सहकारिता के माध्यम से जैविक उत्पाद को बढ़ावा देने पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। श्री अमित शाह ने NCOL के logo, website और brochure का शुभारंभ और एनसीओएल सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस अवसर पर केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री बी एल वर्मा, सचिव, सहकारिता मंत्रालय और अध्यक्ष, NCOL सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में रखे गए कई लक्ष्यों में से एक लक्ष्य प्राकृतिक खेती को हासिल करने के लिए कई मोर्चों पर काम करना और उनके बीच समन्वय कर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में प्राकृतिक खेती को 50 प्रतिशत से ऊपर ले जाने का लक्ष्य एक मल्टीडायमेंशनल अप्रोच के बिना पूरा हो ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि ये भारत के लिए संतोषजनक बात है कि कृषि उपज के क्षेत्र में आज हम ना सिर्फ आत्मनिर्भर हैं, बल्कि सरप्लस हैं और हमें इस यात्रा का मूल्यांकन करना होगा। श्री शाह ने कहा कि उत्पादन बढ़ाने में फर्टिलाइज़र्स और पेस्टीसाइड्स के अत्यधिक उपयोग के बुरे परिणाम आज हमारे सामने आने लगे हैं। इनके अत्यधिक उपयोग ने भूमि की उर्वरता को कम और भूमि, पानी को प्रदूषित करने के साथ ही कई प्रकार की बीमारियां भी दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देशभर के किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया है। विगत 5-6 सालों में देश के लाखों किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है और धीरे-धीरे ऐसे किसानों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेशन के बिना किसान और उपभोक्ता दोनों के लिए समस्या उत्पन्न होती है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 11 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) की स्थापना को मंज़ूरी दी।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देशभर में प्राकृतिक खेती करने वाले सभी किसानों को एक मंच देने और उनके उत्पादों की मार्केटिंग की व्यवस्था करने के लिए राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि आज इसकी आधिकारिक लॉंचिंग के साथ ही भारत ऑर्गेनिक के 6 उत्पादों को भी बाज़ार में उतारा गया है। श्री शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में भारत ऑर्गेनिक्स, ना सिर्फ भारत बल्कि वैश्विक ऑर्गेनिक उत्पाद बाज़ार में सबसे विश्वसनीय और बड़ा ब्रांड बनेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सहकारिता और किसानों को जब मंच मिल जाता है तो सबसे अच्छा परफॉर्म करके दिखाने का हमारा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने कहा कि आज लॉंच किए गए 6 उत्पादों सहित इस वर्ष दिसंबर तक कुल 20 उत्पादों को लॉंच किया जाएगा और इनका उत्पादन करने वाले किसानों को इसका लाभ मिलने लगेगा। इन 6 उत्पादों की बिक्री की शुरूआत आज से मदर डेयरी के 150 आउटलेट्स के माध्यम से हो रही है और ये उत्पाद ऑनलाइन भी उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही Organic Under One Roof के कॉन्सेप्ट के साथ आज से सभी ऑर्गेनिक उत्पादों की एक रिटेल आउटलेट नेटवर्क की भी शुरूआत हो रही है।

श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के छोटे किसान को केन्द्र में रखकर कृषि की अर्थनीति को मज़बूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर सभी किसान सहकारिता के माध्यम से प्राकृतिक खेती के साथ जुड़ते हैं, तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा हमारे सामने रखे गए 4 लक्ष्यों- हर नागरिक स्वस्थ हो, भूमि सुरक्षित हो, जल सुरक्षित हो और हमारा किसान समृद्ध हो को हम सिद्ध कर सकते हैं।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारे देश में करोड़ों पशुपालक प्रतिदिन वाणिज्यिक दृष्टि से गोबर उत्पादन करते हैं और इसका कमर्शियल दृष्टि से उपयोग बहुत बड़ी क्रांति ला सकता है और किसानों की आय में अच्छी-खासी वृद्धि भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज NDDB द्वारा वाराणसी में स्थापित बायोगैस संयंत्र के माध्यम से जैविक खाद की मूल्य श्रंखला परंपरा की शुरूआत हो रही है। देश में गोबर का उपयोग भूमि सुधार, प्राकृतिक खेती और किसानों की आय बढ़ाने में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और Gujarat State Fertilizers & Chemicals Limited (GSFC) ने उच्च गुणवत्ता वाले गोबर के लिए एक ब्रांड को भी पंजीकृत किया है और वाराणसी में 4000 घनमीटर की क्षमता वाला गोबर गैस प्लांट भी लगाया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सहकार से समृद्धि के मंत्र के साथ सहकारिता को मज़बूत करने के लिए किए गए प्रयासों से देश का ग्रामीण और कृषि क्षेत्र, छोटे और सीमांत किसान और 8 लाख से अधिक पंजीकृत सहकारी संस्थाओं के माध्यम से देश के 90 प्रतिशत लोग सहकारिता आंदोलन के साथ जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से फर्टिलाइज़र्स की मांग भी कम होगी और इससे खाद्यान्न का उत्पादन भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इस नई शुरुआत को जितना जल्दी हम आत्मसात करेंगे, देश उतना ही कृषि के क्षेत्र में आगे जाएगा और इसके लिए मोदी सरकार ने कई पहल की हैं।

(Source: PIB)

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