मेरठ, उत्तर प्रदेश: गन्ना पेराई सत्र 2023-24 शुरू हो चुका है, लेकिन गन्ने की तंग आपूर्ति से चीनी मिलों को पूरी क्षमता से पेराई करने में दिक्कत आ रही है। मिल प्रबंधन ज्यादा से ज्यादा गन्ना जुटाने की कोशिशें तेज हो गई है।
मजदूरों की कमी से गन्ने की छिलाई नहीं हो पा रही है, और इसलिए मिलों को भी ज्यादा गन्ना नही मिल रहा है। अब दिवाली खत्म होने के बाद प्रवासी मजदूर आने शुरू होंगे। इसके बाद मिलों को भरपूर गन्ना आपूर्ति होने लगेगी। गन्ना छिलाई के लिए पश्चिमी बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आदि से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर आते है। यह मजदुर ठेके पर गन्ने की छिलाई करते है। प्रदेश में अभी तक केन कटर का ज्यादा इस्तेमाल नही हो रहा है, अभी भी मिलों और किसानों को छिलाई के लिए मजदूरों पर ही निर्भर रहना पड़ता है।