पीयूष गोयल ने पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट और इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी इन्वेस्टर्स फोरम में भाग लिया

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट (पीजीआईआई) और इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (आईपीईएफ) के इन्वेस्टिगर फोरम में भाग लिया। एक नियंत्रित चर्चा के रूप में इस फोरम की सह-मेजबानी अमेरिकी वाणिज्य सचिव सुश्री जीना रायमोंडो और राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार श्री अमोस होचस्टीन ने की, जिसमें सहयोगात्मक कार्यों और भारत-प्रशांत में निजी निवेश बढ़ाने के लिए साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की गई।

फोरम में आईपीईएफ भागीदार देशों के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया, जिनमें फिजी के प्रधानमंत्री श्री सितिवनी राबुका और कोरिया के व्यापार मंत्री श्री डुकगेन अह्न; और केकेआर जोसेफ बे के सह-सीईओ; ब्लैकरॉक लैरी फ़िंक के अध्यक्ष और सीईओ; सिटी जेन फ़्रेज़र के सीईओ; फोर्टेस्क्यू एंड्रयू फॉरेस्ट के संस्थापक और अध्यक्ष; ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स मैथ्यू हैरिस के फाउंडिंग पार्टनर; ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स अदेबायो ओगुनलेसी के फाउंडिंग पार्टनर अध्यक्ष एवं सीईओ; अल्फाबेट और गूगल रूथ पोराट के अध्यक्ष, सीआईओ और सीएफओ; रॉकक्रीक अफसानेह बेश्लॉस के संस्थापक एवं सीईओ और टीपीजीजिम कूल्टर के फाउंडिंग पार्टनर और कार्यकारी अध्यक्ष शामिल थे।

अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने फोरम को किए गए अपने संबोधन में यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) और राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष (एनआईआईएफ) द्वारा सह-निर्मित ग्रीन ट्रांजिशन फंड के माध्यम से भारत और अमेरिका के बीच जारी साझेदारी पर प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य जलवायु प्रभाव लाभ प्रदान करना तथा सौर, ऊर्जा भंडारण और ई-गतिशीलता में निवेश के माध्यम से जलवायु प्रदान करना और भारत में स्वच्छ-ऊर्जा पारगमन परियोजनाओं के विकास को गति देना है।

श्री गोयल ने अपने संबोधन में स्तंभ-III (स्वच्छ अर्थव्यवस्था) और स्तंभ-IV (निष्पक्ष अर्थव्यवस्था) पर बातचीत के समापन पर आईपीईएफ भागीदारों की सराहना की और व्यापार करने में सुगमता बढ़ाने, व्यापार नियामकीय इकोसिस्टरम में पारदर्शिता लाने, सतत वृद्धि और विकास प्रदान करने में भारत की प्रतिबद्धता पर बल दिया।

इसके बाद, श्री गोयल ने एपीईसी इन्फॉर्मिल लीडर्स डायलॉग में सहभागिता की, जहां उन्होंने 175 गीगावाट के नवीकरणीय ऊर्जा टारगेट को अपने लक्ष्य से नौ साल पहले सफलतापूर्वक पूरा करने में भारत के पर्यावरणीय नेतृत्व को रेखांकित किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विश्व के नेताओं से एक ऐसे भविष्य के निर्माण के लिए वैश्विक समुदाय के रूप में हाथ मिलाने की भी अपील की जहां स्थिरता कोई दूर की आकांक्षा नहीं बल्कि जीवन का एक तरीका है और जहां जलवायु कार्रवाई एक बोझ नहीं बल्कि नवोन्मेषण और विकास के लिए एक अवसर है।

इसके बाद श्री गोयल आईपीईएफ नेताओं की बैठक में विश्व नेताओं के साथ शामिल हुए। इस कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जो बिडेन सहित कई विश्व नेताओं ने भाग लिया। बैठक के दौरान क्रिटिकल मिनरल्स डायलॉग, इन्वेस्टमेंट एक्सेलेरेटर, कैटेलिटिक फंड, इन्वेस्टर फोरम, आईपीईएफ नेटवर्क्स आदि जैसी कई आईपीईएफ पहलों की घोषणा की गई।

पीजीआईआई इन्वेस्टर फोरम, एपीईसी कार्यक्रमों जिसमें एपीईसी नेताओं के लिए रात्रिभोज रिसेप्शन और आईपीईएफ नेताओं की बैठकें शामिल हैं, में भाग लेने के अतिरिक्त, श्री गोयल ने वैश्विक नेताओं और कॉर्पोरेट दिग्गजों के साथ कई द्विपक्षीय और व्यक्तिगत बैठकें कीं। उनकी मुलाकात पेरू के विदेश व्यापार और पर्यटन मंत्री श्री जुआन कार्लोस मैथ्यूज से हुई जहां उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की, द्विपक्षीय एफटीए वार्ता की प्रगति की समीक्षा की और इसके शीघ्र समापन का सुझाव दिया। श्री गोयल ने क्वालकॉम टेक्नोलॉजी लाइसेंसिंग एंड ग्लोसबल अफेयर्स के अध्यक्ष श्री एलेक्स रोजर्स से भी मुलाकात की और भारत के तेजी से विकसित हो रहे सेमीकंडक्टर इकोसिस्टकम और मजबूत नवोन्मेषण परिदृश्य में क्वालकॉम जैसी कंपनियों के लिए सहयोग के विशाल अवसरों पर चर्चा की।

(Source: PIB)

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