पीलीभीत : उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन अपने चरम पर पहुंच गया है, लेकिन कई जिलों में किसान गन्ना पर्चियों के लिए तरस रहे है।पीलीभीत जिले में क्रय केंद्रों पर इंडेंट बेहद कम आने से सेंटरों पर सन्नाटा पसरा है। गन्ना पर्चियां न होने के कारण किसान चीनी मिल को गन्ना बिक्री नहीं कर पा रहे हैं।ऐसे हालात में किसानों को मजबूरन ओने पौने दामों में गन्ना कोल्हू और पड़ोसी जिले में लगे क्रेशर पर जाकर बिक्री करना पड़ रहा हैं।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, पीलीभीत की एलएच चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र लगे हैं। पेराई सत्र शुरू हुए तीन माह बीत चुके हैं। इसके बाद भी अभी भी दर्जनों किसान ऐसे हैं कि जिनको पर्ची प्राप्त नहीं हो सकी है।किसानों को पर्चियां न मिलने से गन्ना खेतों में सूख रहा है।किसान खेतों में खड़ी फसल बचने की जद्दोजहद कर रहे है।मिलों द्वारा पर्ची न मिलने से किसान गन्ने को क्षेत्र में लगे कोल्हू पर औने पौने दामों में बिक्री करने को विवश है।
इतनाही नही गन्ने के भाव 20 रूपये बढ़ जाने से किसानों से 300 से 310 रुपये में नकद बिचौलिया गन्ना खरीद रहे हैं। किसानों ने समानुपातिक तरीके से इंडेंट भेज कर गन्ना खरीद किए जाने की मांग की है।पूरनपुर के गन्ना समिति सचिव आरपी कुशवाहा ने कहा की, चीनीमिल अपनी पेराई क्षमता के अनुसार इंडेंट भेज रही हैं। फिर भी मिलों को इंडेंट बढ़ाने के लिए कहा गया है। जिन किसानों के पास गन्ना नही है और उनके नाम सर्वे चढ़ी है, उनकी गन्ना पर्यवेक्षक द्वारा जांच कराकर सट्टे बंद कराए जाएंगे। सभी किसानों की समय से गन्ना खरीद की जाएगी।