प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। 10 फरवरी, 2024 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि सकल संग्रह 18.38 लाख करोड़ रुपये है। जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल संग्रह से 17.30% अधिक है। प्रत्यक्ष कर संग्रह, प्रतिदाय का शुद्ध,15.60 लाख करोड़ रुपये है। जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह से 20.25% अधिक है। यह संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर के कुल संशोधित अनुमान का 80.23% है।
कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) के लिए सकल राजस्व संग्रह भी लगातार वृद्धि कर रहा है। कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी)के लिए विकास दर 9.16% है जबकि व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी)के लिए विकास दर 25.67% (केवल पीआईटी) है। प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) 25.93% है। प्रतिदाय के समायोजन के पश्चात, कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी)संग्रह में शुद्ध वृद्धि 13.57% है और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी)संग्रह में 26.91% (केवल पीआईटी) है और प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) 27.17%है।
1 अप्रैल, 2023 से 10 फरवरी, 2024 के दौरान 2.77 लाख करोड़ रुपये की राशि के प्रतिदाय जारी किए गए हैं।
(Source: PIB)