काठमांडू : नवलपरासी पश्चिम में चीनी मिलों को गन्ने की कमी का सामना करना पड़ रहा है। परिणामस्वरूप, मिलें पूरी क्षमता से काम करने में असमर्थ है। नवलपरासी पश्चिम में उम्मीद से कम गन्ना उत्पादन के कारण, चीनी उद्योग पड़ोसी जिलों से गन्ना खरीदने के लिए मजबूर हैं। मिलर्स के अनुसार, इससे लागत में वृद्धि हुई है। उदाहरण के लिए, सनवाल स्थित लुंबिनी चीनी मिल ने कपिलवस्तु और नवलपरासी पूर्व से गन्ना खरीद शुरू की है। मिल प्रशासन के प्रमुख कुश सुबेदी कहा कि, मिल ने इस साल अकेले कपिलवस्तु से 15,000 क्विंटल गन्ना खरीदा है।
गन्ने की कमी का असर जिले के तीन प्रमुख चीनी मिलों के संचालन पर पड़ा है। सुस्ता में बागमती खड़सारी चीनी उद्योग और इंदिरा शुगर एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड दोनों गन्ने की कमी का सामना कर रही है। इंदिरा शुगर एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने गन्ने की कमी के कारण पूरी क्षमता से काम करने में असमर्थता की सूचना दी है। जिले में कुल मिलाकर चार चीनी मिलें संचालित हैं।इस बीच, अपनी उपज के भुगतान में लंबी देरी का सामना कर रहे किसान धीरे-धीरे खेती के लिए वैकल्पिक फसलों की ओर रुख कर रहे हैं।