उत्तर प्रदेश: इस नई किस्म के बीज की बुवाई कर किसान अधिक उपज ले सकेंगे

कासगंज, उत्तर प्रदेश: उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के चलते आर्थिक संकट में फंसे किसानों को गन्ना किस्म कोशा 18231 से फायदा होने की उम्मीद है। नई किसम का किसानों एवं चीनी उद्योग के हित को देखते हुए शासन ने शोध परीक्षण कराया। जिला गन्ना अधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि, गन्ना की अधिक पैदावार के लिए गन्ना विकास विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। गन्ना बीज बदलाव कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के गन्ना कृषकों हेतु नव विकसित गन्ना किस्मों को तैयार किया जा रहा है।

अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना शोध परिषद ने नवविकसित गन्ना किस्म कोशा 18231 के शोध किए। इस किस्म की उपज 90.16 टन प्रति हेक्टेयर पाई गई जो प्रमाप की तुलना में 11.36 व 27.92 प्रतिशत अधिक है। इसके रस में शर्करा प्रतिशत व पोल प्रतिशत इनकेन भी प्रमाप की तुलना में अधिक पाया गया। सीसीएस टन प्रति हेक्टेयर की दृष्टि से कोशा 18231 (11.89) प्रमाप को. 0238 की तुलना में 13.84 प्रतिशत अधिक पाई गई। भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने नवविकसित गन्ना किस्म कोलख 16202 (शीघ्र) तथा कोलख 15206 (मध्यदेर) के आंकड़ों के विस्तृत अध्ययन के बाद इस गन्ना किस्म तथा कोलख. 15206 (मध्यदेर) को प्रदेश के मध्य एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश हेतु अंगीकृत किए जाने पर अपनी सहमति प्रदान की है। इन गन्ना किस्मों के बीज आगामी वर्ष में शरद कालीन गन्ना बुआई से कृषकों को उपलब्ध हो सकेंगे।

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