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बरेली: गन्ना भुगतान में देरी और पेराई में धीमेपन से उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों में पहले से ही काफी आक्रोश है, और उसमे गन्ना सर्वे में होनेवाली गड़बड़ी से स्थिती और भी बदतर हो जाती थी। सर्वे में गड़बड़ी पर नकेल कसने की मांग किसानों द्वारा लगातार उठाई जा रही थी, अब गन्ना विकास विभाग द्वारा गन्ना रकबा के सैंपल सर्वे में तेजी आई है। कई जगह पर तो कुछ किसान दबंगई दिखाते हुए सर्वे टीमों पर दूसरे किसानों का गन्ना रकबा अपने नाम दर्ज कराने का दबाव बना रहे हैं ताकि पेराई शुरू होने पर उसी अनुपात में अधिक सप्लाई पर्चियां मिल सकें। ऐसे दबंग किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत गन्ना विभाग द्वारा दिए गये है।
इस बीच, जिला गन्ना अधिकारी ने सर्वे टीमों के कर्मचारियों को सर्वेक्षण कार्य पूरी सावधानी के साथ करने के निर्देश देते हुए चेतावनी दी है कि जांच और निरीक्षण के दौरान सर्वे कार्य में किसी तरह की गड़बड़ी या कोताही पाए जाने पर संबंधित सर्वे टीमों के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी। नए पेराई सत्र में इस तरह की शिकायतों की रोकथाम के लिए गन्ना विकास विभाग ने खास एहतियात बरती है। जीपीएस से सैंपल सर्वे की शुरुआत विभिन्न मिल क्षेत्रों के 40 ऐसे गांवों से की गई है, जहां इस बार गन्ना रकबा बढ़ने के आसार हैं।