उत्तर प्रदेश में किसानों में गन्ना उत्पादन को लेकर रुझान बढ़ता ही जा रहा है। राज्य में गत 05 वर्षों में सर्वाधिक शरदकालीन गन्ना क्षेत्रफल है।
गन्ना विभाग के मुताबिक, प्रदेश के किसानों में शरदकालीन गन्ना खेती के लिए रुझान बढ़ रहा है। प्रदेश में वर्ष 2024-25 हेतु अबतक का सर्वाधिक शरदकालीन गन्ना क्षेत्रफल 2.60 लाख हेक्टेयर है, जो विगत वर्ष 2020-21 के सापेक्ष 28 प्रतिशत अधिक है। शरदकालीन गन्ने की बुआईं के चलते गन्ना उत्पादकता वृद्धि से कृषक लाभांवित हो रहे है।
आपको बता दे, उत्तर प्रदेश में वर्तमान पेराई सत्र में चीनी उत्पादन के साथ साथ चीनी रिकवरी में भी वृद्धि देखने को मिल रही है। नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के आकड़ों के मुताबिक, 29 फरवरी 2024 तक, उत्तर प्रदेश में 120 चीनी मिलों ने पेराई सत्र 2023-24 में भाग लिया था जिसमे से 7 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दिया है। राज्य में 766.50 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 78.95 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है।