देश भर में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है और इसमें कई राज्य अपना योगदान दे रहे है। झारखंड में भी एथेनॉल उत्पादन में वृद्धि करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। झारखंड सरकार इसको लेकर कई अहम् कदम उठा रही है।
झारखंड सरकार (उद्योग विभाग) ने इस साल सितंबर से राज्य भर में पांच स्थानों पर एथेनॉल प्लांट स्थापित करने के लिए गुरुवार को इनलैंड ग्रीन एनर्जी (Inland Green Energy) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कंपनी के प्रबंध निदेशक नवीन सोमानी ने कहा कि प्लांट्स में 5,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि एथेनॉल हरित ऊर्जा का एक रूप है। इसके प्रयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। इससे राज्य के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार उद्योग विभाग को लेकर काफी गंभीर है। सरकार कई बड़ी कंपनियों को राज्य में नये उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित कर रही है। प्रदेश में औद्योगिक विकास का माहौल बनाया जा रहा है। सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि बंद पड़े उद्योगों को जल्द ही चालू किया जायेगा.