गन्ने की कमी: मार्च के पहले पखवाड़े में बंद हुईं चार मिलें

सहारनपुर : गन्ने की कमी का असर चीनी मिलों के पेराई पर दिखाई दे रहा है। मिलों का पेराई सीजन गन्ने के अभाव में सिमट रहा है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सहारनपुर में अप्रैल के आखिर और मई तक चलने वाली चीनी मिलों का पेराई सत्र इस बार मार्च के पहले पखवाड़े में ही समाप्त होने लगा है। जिले की आठ में चार चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं और एक मिल का पेराई सत्र (आज) शनिवार को समाप्त होने की संभावना है। इस बार गत सीजन की तुलना में 74.76 लाख क्विंटल कम गन्ना पेराई रहने और 8.29 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन कम रहने का अनुमान है।

गन्ने की लोकप्रिय प्रजाति को-0238 में रोगों का बढ़ता प्रकोप और ओलावृष्टि का असर जनपद में गन्ना उत्पादन पर दिखाई देने लगा है। इसके चलते पहले बार जिले में मार्च के महीने में ही शुगर मिल बंद होने लगी हैं। जनपद की टोडरपुर और बिडवी चीनी मिलें 25 फरवरी को बंद हो गई। गत सीजन में 16 अप्रैल तक चलने वाली गागलहेड़ी चीनी मिल इस बार 12 मार्च, 13 मई तक चलने वाली सरसावा चीनी मिल का पेराई सत्र 15 मार्च को समाप्त हो गया है।

पिछले साल दो अप्रैल तक चलने वाली गांगनौली चीनी मिल के पेराई सत्र के आज (शनिवार) को समाप्त होने की संभावना है। गत वर्ष 14 मई तक चली देवबंद ने सात अप्रैल और 23 अप्रैल तक चली शेरमऊ के 29 मार्च तक पेराई सत्र समाप्त करने की उम्मीद है। गत सीजन में जहां जिले की चीनी मिलों ने 539.76 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की थी वहीं इस बार इसके 465 लाख क्विंटल रहने का अनुमान है।

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