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लखनऊ : किसानों का भुगतान करने के लिए सरकार से मिला पैसा अगर किसानों की बजाय दुसरे कार्यों में इस्तेमाल करने वाली चीनी मिलों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। मुजफ्फरनगर की छह चीनी मिलों के पास रबों रुपयों का बकाया है। मुजफ्फरनगर डीएम के आदेश के बाद भी चीनी मिलों ने भुगतान कार्य योजना प्रस्तुत नहीं की। डीएम ने छह चीनी मिलों एवं उनके अन्य समूहों की इकाईयों की बैलेंस सीट का ऑडिट कराने के लिए प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्न विकास विभाग को पत्र लिखा है। अगर ऑडिट में पैसों के इस्तेमाल में हेरफेर नजर आता है, तो उन मिलों के खिलाफ कड़ी कारवाई के संकेत दिए है।
खतौली, मंसूरपुर, खाईखेड़ी, भैसाना, तितावी व रोहाना तथा इन चीनी मिलों के समूह की अन्य इकाईयों की बैलेंस शीट का ऑडिट हो सकता है। खतौली चीनी मिल पर गन्ना मूल्य बकाया एक अरब 12 करोड़ 21 लाख हैं। मंसूरपुर चीनी मिल पर गन्ना मूल्य बकाया एक अरब 9 करोड़ 9 लाख है। खाईखेड़ी चीनी मिल पर 95 करोड़ 38 लाख है। भैसाना चीनी मिल पर तीन अरब 20 करोड़ 12 लाख है। तितावी चीनी मलि पर दो अरब 18 करोड़ 29 लाख है। रोहाना मिल पर 33 करोड़ 90 लाख गन्ना मूल्य बकाया है।