बिजनौर : नजीबाबाद चीनी मिल ने इस वर्ष 35 लाख 63 हजार 55 क्विंटल गन्ने की पेराई कर 10.91 प्रतिशत रिकवरी हासिल की। गन्ना फसल पर रेडरॉट रोग के हमले से मिल 50 लाख क्विंटल पेराई के लक्ष्य से चुक गई। वर्ष 2022-23 के पेराई सत्र में चीनी मिल ने 38 लाख 82 हजार आठ सौ क्विंटल गन्ने की पेराई की थी।इस साल मिल क्षेत्र का गन्ना खत्म होने के चलते मिल के पेराई सत्र का 10 अप्रैल को समापन हो गया।
प्रधान प्रबंधक सुखबीर सिंह ने चीनी मिल के सकुशल समापन पर अधिकारियों, कर्मचारियों और किसानों को शुभकामनाएं दीं। जिले में गन्ने का उत्पादन कम होने के कारण इस बार पेराई सत्र का समापन भी समय से पहले हो रहा है। अप्रैल के अंत में बंद होने वाली चीनी मिल अप्रैल के पहले सप्ताह से ही बंद हो गई। बुंदकी और धामपुर चीनी मिल के बाद बुधवार को नजीबाबाद चीनी मिल के पेराई सत्र का भी समापन हो गया।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक सुखवीर सिंह और सीसीओ डॉ.एसएस ढाका ने कहा कि, इस वर्ष चीनी मिल का 50 लाख क्विंटल गन्ना पेराई करने का लक्ष्य था। क्षेत्र में रेडरॉट और बारिश व बाढ़ से किसानों का काफी गन्ना बर्बाद हुआ। जिस कारण मिल और किसानों दोनों का काफी नुकसान पहुंचा।