बीसलपुर, उत्तर प्रदेश: गन्ना फसल की बीमारी ने किसानों को कुछ जिलों में परेशान कर रखा है। लागत बढ़ने के साथ साथ उत्पादन में गिरावट के चलते किसानों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। गन्ना शोध केंद्र शाहजहांपुर से आए कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रवीण कपिल ने भी अच्छे उत्पादन के लिए गन्ने की फसल को बीमारियों से बचाने पर जोर दिया। गांव अमृता खास में गन्ना विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि, गन्ने की फसल को बीमारियों से नहीं बचाया गया तो इससे उत्पादन प्रभावित होगा और किसानों को काफी नुकसान होगा।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, गोष्ठी में गन्ना शोध केंद्र से ही आए डॉ. जीएन गुप्ता ने किसानों को सुझाव दिया कि वे लोग गन्ने की रिजेक्ट प्रजाति न बोएं। उन्होंने गन्ने की टॉप बोरर बीमारी के बारे में विस्तार से बताया और उसे दूर करने के उपायों की भी जानकारी दी। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक धर्मेंद्र प्रसाद दुबे और किसान सहकारी चीनी मिल के मुख्य गन्ना अधिकारी अवधेश कुमार ने भी विचार रखे।गोष्ठी की अध्यक्षता धर्मेंद्र प्रसाद दुबे और संचालन अवधेश कुमार ने किया।