नई दिल्ली : वरिष्ठ क्रू मेंबर्स के बीमार होने और उनके सामूहिक ‘सिक लीव’ (sick leave) पर जाने से बुधवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस की 70 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गई या उनमें देरी हुई। इस स्थिति ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के भीतर चिंता बढ़ा दी है, जो घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।वरिष्ठ क्रू मेंबर्स द्वारा अचानक बीमार छुट्टी ने एयरलाइन उद्योग के सामने आने वाली परिचालन चुनौतियों को उजागर किया है। यह घटना 1 अप्रैल को विस्तारा को इसी तरह के मुद्दों का सामना करने के तुरंत बाद हुई है, जब पायलटों के बीमार होने के कारण 100 से अधिक उड़ानें गंभीर रूप से प्रभावित हुई थीं।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, रद्दीकरण और देरी मंगलवार रात को शुरू हुई और बुधवार सुबह तक जारी रही, जिससे एयरलाइन को अपने निर्धारित परिचालन में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा।क्रू मेंबर्स की अचानक कमी के कारण उड़ानें रोक दी गईं, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्ग प्रभावित हुए। नागरिक उड्डयन अधिकारी इस मुद्दे पर गौर कर रहे हैं।सूत्रों ने कहा कि, कुछ वरिष्ठ क्रू मेंबर्स ने स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए उड़ान संचालन से ठीक पहले अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए।कोई वैकल्पिक कर्मचारी उपलब्ध नहीं होने के कारण उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एक बयान जारी किया और प्रभावित यात्रियों से माफी मांगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा, हमारे केबिन क्रू के एक वर्ग ने कल रात से आखिरी मिनट में बीमार होने की सूचना दी है, जिसके परिणामस्वरूप उड़ान में देरी हुई और रद्द कर दी गई। जबकि हम इन घटनाओं के पीछे के कारणों को समझने के लिए क्रू के साथ बातचीत कर रहे है।हमारी टीमें सक्रिय रूप से इस मुद्दे को संबोधित कर रही हैं ताकि परिणामस्वरूप हमारे मेहमानों को होने वाली किसी भी असुविधा को कम किया जा सके।रद्दीकरण से प्रभावित मेहमानों को पूर्ण धन-वापसी या किसी अन्य तिथि के लिए मानार्थ पुनर्निर्धारण की पेशकश की जाएगी। आज हमारे साथ उड़ान भरने वाले मेहमानों से अनुरोध है कि वे हवाईअड्डे पर जाने से पहले यह जांच लें कि उनकी उड़ान प्रभावित हुई है या नहीं।”