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पुणे : चीनीमंडी
राज्य में चीनी मिलें अभी भी 1436 करोड़ 77 लाख रुपये का भुगतान नहीं कर सकी हैं। चीनी आयुक्त ने मई के महीने में 73 चीनी मिलों को राजस्व प्रमाण पत्र (आरआरसी) जारी किया है और बकाया भुगतान में नाकाम मिलों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
चालू पेराई सत्र में राज्य में 92 लाख टन गन्ने की पेराई हुई है। एफआरपी की कुल राशि 23 हजार 33 करोड़ थी, अब तक इसमें से, 21,604 करोड़ की राशि दी गई है । हालांकि, 1436 करोड़ 77 लाख रुपये का एफआरपी अभी भी बकाया है। 15 मई तक 155 मिलों में से 93 मिलों ने 100 प्रतिशत एफआरपी भुगतान किया है। चीनी आयुक्त कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि, 11 मिलों ने अभी तक किसानों को एक रुपया भी नही दिया हैं।
जिन मिलों पर आरआरसी की तहत कार्रवाई हुई है, उनमें सातारा में किसनवीर प्रतापगढ़ सहकारी चीनी मिल, सोलापुर में विठ्ठल रिफाइंड शुगर, कर्मदास को-ऑपरेटिव चीनी मिल, बबनराव शिंदे मिल, रत्नाप्रभा शुगर फैक्ट्री और जयहिंद शुगर, और गंगा शुगर शामिल हैं। चीनी आयुक्त कार्यालय ने बकाया भुगतान में विफ़ल रही मिलों से एफआरपी राशि की वसूली के लिए चीनी, मोलासेस और बगास की बिक्री पर रोक लगा दी है। यदि जरूरत पड़ी तो मिलों की चल और अचल संपत्तियों की नीलामी भी की जाएगी।