साओ पाउलो : ब्राजील में लगातार बारिश और विनाशकारी बाढ़ का कहर जारी है।अधिकारियों का कहना है कि, नदी का बढ़ता स्तर रियो ग्रांडे डो सुल क्षेत्र में और नुकसान का संकेत देता है। बाढ़ से प्रभावित दक्षिणी राज्य में मंगलवार तक 149 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 124 लोगों का अभी भी पता नहीं चल पाया है। ब्राजील में विनाशकारी बाढ़ का कृषि पर लंबे समय तक प्रभाव रहने की संभावना है।मिट्टी भीगने से किसानों के लिए अगले सीजन के लिए चावल और गेहूं सहित फसलें लगाना मुश्किल हो जाएगा।
ब्लूमबर्ग के क्लेरिस क्यूटो ने बताया कि कृषि अनुसंधान एजेंसी एम्ब्रापा के प्रमुख सिल्विया मस्रुहा के अनुसार, रियो ग्रांडे डो सुल में उत्पादकों को संभवत अपनी पारंपरिक फसलों से हटकर नई संस्कृतियों में स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।इस महीने शुरू होने वाले सीज़न में राज्य में गेहूं का उत्पादन पहले से ही 4.3% कम होने का अनुमान है, बाढ़ के बाद यह और भी कम हो सकता है।मस्रुहा ने कहा, मिट्टी ने बहुत सारा पानी सोख लिया है, इसलिए हमें नहीं पता कि चावल या गेहूं के किसान कितनी हिस्सेदारी के साथ अगली फसल लगा पाएंगे या क्या उन्हें मिट्टी ठीक होने तक पहले कुछ और बोने की जरूरत होगी।
600,000 से अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं, जिनमें से लगभग 155,000 घर नष्ट हो गए है। स्थानीय एजेंसियों का कहना है कि, रियो ग्रांडे डो सुल में चल रहे जलवायु संकट से 2.1 मिलियन लोग सीधे प्रभावित हुए है।रियो ग्रांडे डो सुल की राजधानी पोर्टो एलेग्रे में गुइबा नदी अगले कुछ दिनों में 18 फीट से अधिक के अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच सकती है।अमेरिकी कृषि विभाग ने अपने रिपोर्ट में कहा की, रियो ग्रांडे डो सुल में लगभग 1 मिलियन मीट्रिक टन सोयाबीन नष्ट हो गया होगा। ब्रोकरेज स्टोनएक्स ग्रुप इंक ने कहा कि, प्रभाव तीन गुना बड़ा हो सकता है।बायोडीजल उत्पादन जैसी कुछ गतिविधियां रुकी हुई है।