उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी जारी, मुख्यमंत्री ने प्रशासन के लिए जारी किए दिशा-निर्देश

लखनऊ : लगातार पड़ रही भीषण गर्मी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य में प्रशासन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि, पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। तापमान बढ़ रहा है। ऐसे में आम लोगों और पशुधन, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

सीएम ने निर्देश दिए की, राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।भीषण गर्मी/हीट वेव का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का अविलंब समाधान किया जाए।अधिकारी फोन पर बात करें और किसी भी तरह का विवाद न हो, अगर ऐसा होता है तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचें।

सभी नगर निकायों/ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था रखी जाए। बाजार/मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इस कार्य में सामाजिक/धार्मिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाए।पानी की कमी से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कहीं भी पेयजल की कमी नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाए। बड़े मंगल को देखते हुए लखनऊ में साफ-सफाई, यातायात व अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रखना सुनिश्चित करें। भीषण गर्मी के बीच पशुधन व वन्यजीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है। सभी प्राणी उद्यानों/अभयारण्यों में हीट-वेव कार्ययोजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।

हीट-वेव की स्थिति में पशुधन को सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गौशालाओं में पशुधन के लिए हरे चारे, चोकर व पानी की समुचित व्यवस्था हो। बारिश से पहले पशुओं के टीकाकरण की प्रक्रिया जारी रखें। आम जनता को हीट-वेव के लक्षणों व बचाव के बारे में जागरूक किया जाए। बीमार होने पर सभी को मुख्यमंत्री योगी ने कहा, तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि गर्मी से प्रभावित लोगों का तत्काल अस्पताल/मेडिकल कॉलेज में उपचार कराया जाए। शहरों में पेयजल आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुसार की जाए, सभी हैंडपंप क्रियाशील रखे जाएं, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल स्टॉल चलाना पुण्य का कार्य है, मवेशियों, कुत्तों आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी व छाया की व्यवस्था की जाए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी व दाना रखने के लिए आम जनता को जागरूक करें।

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