बालोद, छत्तीसगढ: लोकसभा चुनाव खत्म होते ही वापस से राज्य में गन्ना मूल्य का मुदा किसान द्वारा उठाया जा रहा है।
जिले के गन्ना उत्पादक किसानों ने गन्ना के समर्थन मूल्य में वृद्धि व प्रति क्विंटल 200 रुपए बोनस की मांग को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय के नया बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल को ज्ञापन सौंपा। गन्ना उत्पादक संघ के जिला अध्यक्ष तेजराम साहू ने कहा कि, गन्ना किसानों के साथ अन्याय हो रहा है, और हालात ऐसे ही रहे तो किसान गन्ना फसल से दूरी बना सकते है। छगन देशमुख ने कहा कि, धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल किया। विधानसभा चुनाव के पूर्व भी हमने भी गन्ने के समर्थन मूल्य के अलावा 200 या 250 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की थी।
इस मांग को लेकर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, गृहमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव से मुलाकात की थी। लेकिन अब तक गन्ना किसानों के हित में फैसला नहीं लिया गया, इसलिए किसानों ने धरना प्रदर्शन किया है। आंदोलनकारियों ने समर्थन मूल्य के अलावा 200 या 250 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस पेराई वर्ष 2023-24 से तत्काल देने की मांग की। गन्ना उत्पादक संघ ने कहा कि, 15 से 20 दिवस के भीतर हमारी मांगों को पूर्ण नहीं किया जाता है तो हम किसान संघ धरना प्रदर्शन, रैली एवं चक्का जाम करेंगे।