धर्मपुरी, तमिलनाडु: गन्ने की पेराई से चीनी रिकवरी दर के मामले में धर्मपुरी जिले की दो चीनी मिलें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। हरूर में सुब्रमण्य शिवा सहकारी चीनी मिल लिमिटेड (SSCS) की चीनी की रिकवरी दर सबसे अधिक 10.65% रही, जबकि पालकोड में धर्मपुरी सहकारी चीनी मिल लिमिटेड (DCSM) वर्ष 2023-24 में रिकवरी दर में तमिलनाडु में दूसरे स्थान (10.10%) पर रही। आपको बता दे की, SSCS ने लगातार दूसरे वर्ष राज्य में रिकॉर्ड बनाए रखा।
धर्मपुरी जिला तमिलनाडु में गन्ने के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। वर्ष 2023-24 में सुब्रमण्यम शिवा सहकारी चीनी मिल ने 10.65% की रिकवरी दर के साथ औसतन 2.84 लाख मीट्रिक टन और धर्मपुरी सहकारी चीनी मिल ने 10.10% की रिकवरी दर के साथ कुल 1.37 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की गई थी।SSCS की प्रबंध निदेशक आर प्रिया ने ‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में कहा, सबसे अधिक रिकवरी दर वाली मिल होने के अलावा, हमारी मिल ने सबसे अधिक कीमत भी अदा की है, जो 3,747.80 रुपये प्रति टन है। किसानों को कुल 92.2 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
दूसरे स्थान पर रही धर्मपुरी सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के अधिकारियों ने कहा, 2023-24 में, हमें पेराई के लिए 1.37,778 लाख मीट्रिक टन गन्ना प्राप्त हुआ और हमारी रिकवरी 10.10% रही। किसानों को प्रति टन 3,565 रुपये भुगतान किया गया और इसमें राज्य सरकार की सहायता भी शामिल है। हम रिकवरी में सुधार और किसानों के बीच विभिन्न खेती तकनीकों और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अब तक हमारे पास 2023-24 के लिए लगभग 3,000 एकड़ खेती का क्षेत्र पंजीकृत है।