यमुनानगर (हरियाणा): जिले में गन्ने की फसल गर्मी व लू की चपेट में आ चुकी है। इससे गन्ने की पत्तियां सूखने लगी हैं। जून माह में बारिश न होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। गर्मी के चलते उत्पादन घटने का अनुमान लगाया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों ने इस स्थिति का सीधा असर पैदावार पर पड़ने संभावना जताई है। बारिश के अभाव में गन्ने की फसल ग्रोथ नहीं हो रही है।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, इस बार जिले में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। फसलों पर भी गर्मी का असर पड़ा। गन्ने की फसल भी इससे बच नहीं पाई। गन्ने के पौधों की पत्तियां पीली होकर सूख गई हैं। इस बार जिले में गन्ने का रकबा पिछले साल की अपेक्षा काफी घट गया है। एक तो रकबा घट गया और अब गर्मी की वजह से गन्ने का उत्पादन भी कम होने का खतरा मंडराने लगा।
कृषि विज्ञान केंद्र दामला के समन्वयक संदीप रावल ने कहा कि, इस बार तापमान अधिक रहा और लू भी बहुत ज्यादा चली। वहीं जून माह में होने वाली बारिश भी नहीं हुई। इससे गन्ने की पत्तियां सूख गई हैं। जिले में 60 से 70 प्रतिशत फसल इससे प्रभावित हुई है। यह समय पौधे की ग्रोथ का होता है। अब पौधे को इसकी रिकवरी के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ेगा। किसान गन्ने में किसी दवा का छिड़काव न करें। बारिश होने पर यह अपने आप ठीक हो जाएगा।