जकार्ता : ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय ने घोषणा की है कि, 5 प्रतिशत बायोएथेनॉल (E5) गैसोलीन के रोलआउट का कार्यक्रम तय समय से बहुत पीछे रह गया है। मंत्रालय के नवीकरणीय ऊर्जा महानिदेशक, एनिया लिस्टियानी डेवी ने बताया कि, ईंधन के उपयोग को लागू करने के प्रयास में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें बायोएथेनॉल के उत्पादन के लिए सीमित फीडस्टॉक, महंगे और उतार-चढ़ाव वाले कच्चे माल की कीमतें और साथ ही बायोएथेनॉल और गैसोलीन के बाजार सूचकांक मूल्यों (एचआईपी) के बीच के अंतर को पाटने के लिए प्रोत्साहन की कमी शामिल है।
एनिया ने गायकिंडो इंडोनेशिया इंटरनेशनल ऑटो शो (जीआईआईएएस) में कहा की,अगर हम रोड मैप का संदर्भ लें, तो E5 को 2020 से चलना चाहिए था। उन्होंने स्पष्ट किया की, 2015 के मंत्रिस्तरीय विनियमन में बताए गए 2020 के लक्ष्य के बाद से चार साल हो चुके है, और वास्तव में 2025 में हमें 20 प्रतिशत [बायोएथेनॉल] मिलना चाहिए।
जैव ईंधन और अन्य ईंधनों के प्रावधान, उपयोग और व्यापार पर ऊर्जा मंत्रालय विनियमन संख्या 12/2015 में कहा गया है कि, सार्वजनिक सेवा दायित्व (PSO) उद्देश्यों के लिए E5 बायोएथेनॉल और गैर-PSO उद्देश्यों के लिए E10 बायोएथेनॉल का अनिवार्य उपयोग 2020 में शुरू होना चाहिए। इसी विनियमन में 2025 से शुरू होने वाले PSO और गैर-PSO दोनों उपयोगों के लिए E20 बायोएथेनॉल को लागू करने की योजना बनाई गई है। हालाँकि, इस समय, E5 कार्यक्रम अभी भी गैर-PSO रोलआउट के लिए बाजार परीक्षण चरण में है, जिसका अर्थ है कि सरकार विनियमन में बताए गए लक्ष्य से काफी पीछे रह गई है।
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