जकार्ता: राष्ट्रपति जोको “जोकोवी” विडोडो ने दक्षिण पापुआ के मेराउके रीजेंसी के सेरमयाम इंदाह गांव में गन्ना बुआई, चीनी मिल और बायोएथेनॉल परियोजना के विकास को चिह्नित करने के लिए प्रतीकात्मक रूप से पहला गन्ना लगाया।633,763 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित चीनी आत्मनिर्भरता परियोजना,राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा का समर्थन करने और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार की रणनीतिक पहलों में से एक है।राष्ट्रपति जोकोवी ने कहा, इस क्षेत्र में पानी भी प्रचुर मात्रा में है। गन्ने के साथ साथ चावल, मक्का भी उत्पादित किया जा सकता है। गन्ना और मक्का का इस्तेमाल बाद में चीनी और बायोएथेनॉल के लिए किया जा सकता है।
निवेश मंत्री/निवेश समन्वय बोर्ड (बीकेपीएम) के प्रमुख बहलील लाहदालियाने कहा कि,राष्ट्रपति जोकोवी की यात्रा देश में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा कार्यक्रमों पर सरकार के गंभीर ध्यान को दर्शाती है। सरकार का लक्ष्य 2027 में चीनी उत्पादन को 3 मिलियन टन प्रति वर्ष तक पहुँचाना है। इसका मतलब है कि,इंडोनेशिया अपनी ज़रूरतों को खुद पूरा कर सकता है।हमें चीनी में आत्मनिर्भर होना चाहिए। अब दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। आपको बता दे की बहलील,दक्षिण पापुआ के मेराउके रीजेंसी में चीनी और बायोएथेनॉल आत्मनिर्भरता के त्वरण के लिए टास्क फोर्स के अध्यक्ष भी है। उन्होंने प्रांतीय और रीजेंसी प्रशासन द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।
उन्होंने कहा,मैं परियोजना के वर्तमान विकास को देखकर खुश हूँ, बेशक इसे दक्षिण पापुआ के कार्यवाहक गवर्नर और मेराउके रीजेंट के समर्थन से अलग नहीं किया जा सकता। क्लस्टर 3 में राष्ट्रीय रणनीतिक परियोजना (PSN) के एकीकृत गन्ना रोपण में 600 हेक्टेयर तैयार भूमि,1,500 हेक्टेयर भूमि समाशोधन प्रक्रिया, साथ ही सड़क अवसंरचना विकास और मशीनीकरण शामिल हैं। मेराउके में क्लस्टर 3 में PSN के एकीकृत गन्ना रोपण के लिए कुल निवेश योजना US$5.62 बिलियन (Rp 83.27 ट्रिलियन) है।