उत्तराखंड: देहरादून में गन्ना खेती के क्षेत्रफल में गिरावट

देहरादून: जिले में गन्ने का रकबा लगातार घट रहा है। किसान गन्ने की खेती से दुरी बना रहे है। फसल लगत में बढ़ोतरी, गन्ना मूल्य भुगतान में देरी आदि कई कारणों से किसानों को गन्ने की खेती रास नही आ रही है। बुधवार को डोईवाला में सहकारी गन्ना विकास समिति के निदेशक मंडल की बैठक में इसकी जानकारी दी गई।

लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने कहा कि, देहरादून जिले में गन्ना वुवाई करने का क्षेत्रफल लगातार घटता जा रहा है। वर्ष 2022-2023 में गन्ने का क्षेत्रफल 4422 हेक्टेयर था। वहीं वर्ष 2023-2024 में यह घटकर 3785 हेक्टर हो गया। इसके सापेक्ष इस वर्ष 2024-2025 के लिए गन्ने का क्षेत्रफल घटकर 3691 हेक्टर रह गया है।

उन्होंने कहा कि, जिन किसानों के पास पिछले कई वर्षों से समिति का ऋण है, उसे जल्द जमा किए जाने के लिए नोटिस भेजे जाएं। केन कमिश्नर चंद्र सिंह धर्मशक्तू ने कहा कि गन्ने का विकास विभाग क्षेत्रफल और पैदावार बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रहा है। इस दौरान समिति ने पिछले 4 महीने के आय व्यय चर्चा कर सभी बिलों को पास किया। बैठक में पिछले दो वर्षो की गन्ना समिति की बैलेंस शीट जल्द बनाए जाने और इसके बाद सभी किसानों की आम बैठक 15 सितंबर तक कराए जाने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर समिति के निदेशक मंडल के सदस्य गुरदीप सिंह, संजय शर्मा, संतोष चौहान, नवीन जमवाल, एसएल बिजल्वाण, कमल, सचिव शीशपाल सिंह, वरिष्ठ गन्ना निरीक्षक गजेंद्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

चीनी उद्योग के बारे में अधिक समाचार पढ़ने के लिए, Chinimandi.com पढ़ना जारी रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here