केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एथेनॉल जैसा पर्यावरण अनुकूल ईंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा की, मोदी जी के नेतृत्व में हम तय लक्ष्य से पहले यानि वर्ष 2025 तक 20% एथेनॉल ब्लेंडिंग के टारगेट को पूरा करने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
मक्के व अन्य खाद्यान्य से एथेनॉल उत्पादन में वृद्धि इस लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक साबित हो रहे हैं। इससे न केवल मक्के की खेती में प्रगति हुई है, किसानों की आय बढ़ी है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अनेकों अवसर भी सृजित हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा की पिछले दशक में, प्रमुख सुधारों ने हमारे ऊर्जा क्षेत्र को नया रूप दिया है, जिससे ऊर्जा की उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता में वृद्धि हुई है। उज्ज्वला कनेक्शनों का विस्तार करके जीवन में बदलाव लाना, ताकि धुआँ रहित रसोई सुनिश्चित हो सके, एक नया भारत विकसित करने के लिए रिफाइनिंग क्षमता को बढ़ावा दिया जा सके और स्थिरता और सामर्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एथेनॉल मिश्रण जैसी हरित पहलों का समर्थन किया जा सके। साथ मिलकर, ये प्रयास एक उज्जवल, स्वच्छ भविष्य को शक्ति प्रदान कर रहे हैं जो लोगों और ग्रह दोनों को प्राथमिकता देता है, जिससे हम ऊर्जा स्वतंत्र बनते हैं।
आपको बता दे, जुलाई में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 15.8 प्रतिशत तक पहुंच गया और नवंबर 2023 से जुलाई 2024 के दौरान संचयी एथेनॉल मिश्रण 13.3 प्रतिशत तक पहुंच गया है।