आदिलाबाद: दिलावरपुर मंडल के गांवों के किसान जो पिछले कुछ महीनों से प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने बुधवार को निर्मल में कलेक्टर कार्यालय के सामने एक और विरोध प्रदर्शन किया। हैदराबाद की एक निजी कंपनी दिलावरपुर और गुंडमपेली गांवों के बीच फैक्ट्री का निर्माण कर रही है। किसानों ने मंगलवार को निर्मल-भैंसा रोड पर विरोध का एक और रूप ‘वंता वरपु’ आयोजित किया। उन्होंने फैक्ट्री के निर्माण को तत्काल रोकने की मांग की।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसानों ने आरोप लगाया कि, उनसे जमीन लेने से पहले फैक्ट्री प्रबंधन ने एक ऐसी फैक्ट्री लगाने का वादा किया था जो पानी और कृषि भूमि को प्रदूषित नहीं करेगी, लेकिन 40 एकड़ जमीन पर एथेनॉल प्लांट लगाना शुरू कर दिया।उम्मीद है कि जब फैक्ट्री चालू होगी तो वह श्रीराम सागर परियोजना से प्रतिदिन 12 लाख लीटर पानी का उपयोग करेगी। यह चार लाख लीटर एथेनॉल बनाएगी और आठ लाख लीटर अपशिष्ट के रूप में श्रीराम सागर परियोजना में वापस छोड़ेगी। कृषि भूमि भी प्रदूषित हो जाती है, जिससे वह खेती के लिए अनुपयुक्त हो जाती है।
किसानों ने आरोप लगाया कि, महाराष्ट्र में शराब फैक्ट्री के अपशिष्टों से गोदावरी का पानी पहले से ही दूषित है। बसारा मंदिर तक पहुंचने वाला पानी अत्यधिक प्रदूषित है। यदि एथेनॉल फैक्ट्री बनाई जाती है तो नदी का पानी और भी प्रदूषित हो जाएगा।किसानों ने जिला कलेक्टर अभिलाषा अभिनव को ज्ञापन सौंपकर फैक्ट्री के निर्माण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। कलेक्टर ने आरडीओ और तहसीलदार को मौके पर जाकर रिपोर्ट देने को कहा। उन्होंने कहा कि, वह जिले के लोगों के लिए परेशानी पैदा करने वाले किसी भी काम की अनुमति नहीं देंगी।
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