कोल्हापुर: पिछले 10 महीने से सांगली और कोल्हापुर और सांगली जिले के गन्ना किसान 100 और 50 रुपये की दूसरी अतिरिक्त किस्त का इंतजार कर रहे है। चीनी मिलों ने आठ महीने पहले मंजूरी के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था।हालांकि, स्वाभिमानी किसान संगठन के नेता, पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने आरोप लगाया है कि, मुख्यमंत्री मिलर्स के दबाव के कारण प्रस्ताव को मंजूरी देने में आनाकानी कर रहे है।
राजू शेट्टी ने कहा कि, गुरुवार को मुख्यमंत्री शिंदे ने कोल्हापुर जिले के दर्जनों मिलर्स के साथ एक मंच साझा किया और उनके दबाव में आकर अतिरिक्त क़िस्त की घोषणा नहीं की। दो-दो साल तक राज्य सरकार द्वारा फैक्ट्रियों का हिसाब नहीं किया जाता है। शेट्टी ने आलोचना की कि, मुख्यमंत्री शिंदे और फैक्ट्री मालिक गन्ना किसानों की अनदेखी कर रहे हैं।
इस बारे में ‘चीनीमंडी’ से बात करते हुए शेट्टी ने कहा कि, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन लगातार मांग कर रहा है कि, पिछले सीजन के गन्ने के लिए 100 रुपये प्रति टन और 50 रुपये प्रति टन की दूसरी अतिरिक्त किस्त का भुगतान करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। 2022-23. इस दूसरी किस्त की मांग को लेकर पिछले सात महीनों में मुख्यमंत्री शिंदे से पांच बार और मुख्य सचिव से छह बार मुलाकात कर बार-बार मांग करने के बावजूद राज्य सरकार ने गन्ना किसानों को अधर में छोड़ दिया है।